Tibet भी चीन के खिलाफ भारत के लिए – कहा चीन को दोस्ती की भाषा समझ नहीं आती।

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Tibet के MP जो ex – president भी रह चुके है उनसे पूछा गया एक सवाल मीडिया द्वारा – उनका क्या कहना है इस पुरे चीन भारत के विवाद पर? 

Tibet के MP Tseng Rigsin ने जवाब में कहा कि – 

“गलवान घाटी कि घटना में चीन ने धोखे से हमला किया है और चीन हमेशा से यही करता है। PM मोदी जी की बात भी सुनी जिसमे उन्होंने बताया चीन ने उलंघन किया नियम और कायदो का। चीन से दोस्ती भी आक्रमण के लिए तैयार होक ही निभानी चाहिए। क्यूंकि यह मेरा अपना अनुभव है चीन की थ्योरी है – 

जो उनके अच्छे व्यवहार या संबंध रखते है वे उन्ही के पीठ पर चुरा गोबते है। तो इसलिए आपको उनके साथ हमेशा आक्रमण के लिए तैयार होकर ही रहना होगा।”

और उन्होंने यह भी कहा कि चीन को प्यार भी भाषा समझ ही नहीं आती है और कभी भी back out कर सकते है। 

Tseng Rigsin ने चीन को कहा कि उन्हें सभी जगह फैलना है सब पर कंट्रोल करना है – इसलिए वे यह भारत में लदाख की परेशानी उत्पन्न कर रहे तो कभी Tibet पर भी इसी तरह करते है।  किन्तु यहाँ हम सबको एक जुट हो जाना चाहिए चीन के खिलाफ। 

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