Maulana Saad के एक बैंक अकाउंट से होता था मोटा ट्रान्सफर और भी खाते आ सकते हैं सामने

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नयी दिल्ली | क्राइम ब्रांच यहाँ तब्लीगी जमात से जुड़े उस खाते का पता लगा रही है जिसमे पैसे आते ही 24-48 घंटों के बीच उन्हें गायब कर दिया जा था | यह खाता BOI (बैंक ऑफ़ इंडिया) का है और इसमें महज़ 48 घंटों के लिए पैसे टिक पाते थे और फिर दूसरे खातों में चले जाते थे |

 

लेनदेन का हिसाब बेटे व भांजों के पास रहता था-

 

मौलाना साद के दो बेटे और भांजे को लेनदेन की निगरानी का कार्य दिया गया था और उनके ही पास सारी फंडिंग का हिसाब रहता है | करोड़ों रुपये की अवैध फंडिंग का मामला भी सामने आया है जिसके लिए ED भी जांच का कार्य कर रहा है | परंतु अभी ED हवाला से जुड़ी हुई तारों की जांच कर रही है |

 

चार नोटिस के बाद अब पाँचवें की तैयारी-

 

मौलाना मुहम्मद साद (प्रमुख, तब्लीगी मरकज) को क्राइम ब्रांच द्वारा निरंतर 4 नोटिस भेजे जा चुके हैं और अब पाँचवें की तैयारी है | परंतु साद की ओर से इन नोटिसों पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आ रही है | इसके अलावा वह जांच पड़ताल में भी सहयोग प्रदान नहीं कर रहा है |

 

सीनियर अधिकारी (क्राइम ब्रांच) ने बताया कि साद को पहला नोटिस जब गया था तब उसमे मरकज प्रबंधन एवं संस्था से जुड़े हुए सदस्यों की जानकारी मांगी गयी थी | इसके अलावा इनकम टैक्स रिटर्न्स और फंडिंग की विस्तृत जानकारी देने के निर्देश दिए गए थे | परंतु साद के वकील ने कुछ प्रश्नों के ही जवाब दिए और वह भी सही प्रतीत नहीं हुए | इसलिए नोटिस भेजने का सिलसिला निरंतर चल रहा है परंतु साद दस्तावेजों को पेश नहीं कर रहा है |

 

मुक़दमे के आसार देखते हुए साद ने 4 वकीलों को नियुक्त किया है और इस टीम के द्वारा वह क्राइम ब्रांच के नोटिसों का जवाब भिजवाता है | क्राइम ब्रांच के अनुसार साद सिर्फ BOI के अकाउंट की जानकारी पेश कर रहा है जो निजामुद्दीन में स्थित है परंतु मरकज के अन्य खाते भी हैं जिन्हें छुपाया जा रहा है | इसके अलावा जिस अकाउंट की जानकारी मिली है उसमे भी मोटी रकम रोजाना तौर पर आती थी और दूसरे खातों में भेजी जाती थीं |

 

क्राइम ब्रांच ने कहा है कि साद को नोटिस द्वारा सख्त आदेश दिया है कि वह दिल्ली एम्स में कोरोना जांच करवाने के बाद रिपोर्ट क्राइम ब्रांच भेजे | क्राइम ब्रांच ने रिपोर्ट पहले ही देने का दावा अमान्य करार दिया है और साथ में यह भी साफ़ कर दिया है कि किसी भी प्राइवेट लैब की रिपोर्ट को स्वीकारा नहीं जाएगा |

 

साद के साथी और मरकज कर्मियों के साथ साथ गवाहों को मिलाते हुए करीब साठ लोगों से पूछताछ हो चुकी है एवं बयान भी ले लिए गए हैं | परंतु क्राइम ब्रांच ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए 6 मौलाना जो प्रबंधन सँभालते हैं व साद की गिरफ्तारी नहीं हुई है |

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