कन्याकुमारी (तमिलनाडु) यहाँ पर भारत माता की मूर्ती को लेकर एक विवाद छिड़ गया था और इस विवाद के उपरांत मूर्ती को ढांक दिया था | परंतु जिले के प्रशासन द्वारा किये गए इस कार्य से लोग नाखुश थे | पर अब तरुण विजय (नेता एवं पूर्व सांसद, बीजेपी) द्वारा बताया गया है कि मूर्ती को कवर से बाहर निकाला जा चुका है और यह आदेश कन्याकुमारी कलेक्टर द्वारा दिया गया है |
उनके द्वारा सूचना प्रदान की गयी है कि जिस युद्ध को वहां लड़ा गया था उसमे जीत हासिल हो गयी है | बता दें कि 24 मई दिन गुरुवार को ही कलेक्टर ने आदेश देते हुए कहा था कि मूर्ती को वापस खोला जाये एवं अपने स्थान पर वापस रखवाया जाए | सोमवार 25 मई को इस आदेश की काफी सराहना हुई एवं लोगों ने जश्न भी मनाया | तरुण विजय द्वारा उन लोगों के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है जिन्होंने कानून को अपने हाथ में लिया |
कन्याकुमारी में ईसाई मिशनरियों के विरोध के कारण रस्सियों से बंधी भारत माता मूर्ति को संघ विहिप व अन्य हिन्दू समाज के अथक प्रयासों से आज पुनः अनावरित किया गया।#भारत_माता_की_जय pic.twitter.com/SFiQM7VdT0
— Vishva Hindu Parishad -VHP (@VHPDigital) May 25, 2020
सोशल मीडिया पर भी इस बात को काफी समर्थन मिला और लोगों द्वारा कहा गया कि जनता चाहे तो सब कुछ आसान हो जाता है बस एकत्रित होना और आवाज़ उठाना ज़रूरी है | यह घटना इस्साकि अम्मान मंदिर की है जहाँ पर मिशनरियों ने दबाव बनाने के बाद भारत माता की मूर्ती को कवर करवा दिया था | इंदु मक्कल कच्ची ने चेन्नई में इसका काफी विरोध किया और तस्वीरें वितरित की जिससे लोगों को इसके बारे में पता चला |
#BattleForBharatMata.We won. Late night collector ordered to restore statue #Kanyakumari to original position.Today10 am celebration, #BharatMataPujan. Now act against lawbreaker police.Congrats. Thnx for your https://t.co/pQOVF8pjFE 10 am FB live https://t.co/n8YWamsBwP pic.twitter.com/JpADJXAMhh
— Tarun Vijay தருண் விஜய் (@Tarunvijay) May 25, 2020
अर्जुन संपत (संस्था अध्यक्ष) के अनुसार भारत माँ पूरे देश में सम्मानीय हैं और उनके द्वारा ईसाईयों पर इलज़ाम लगाया गया कि इन लोगों ने राष्ट्र हित से जुड़े मुद्दों पर निशाना साधा है | संपत ने कहा कि बीजेपी के अलावा भी काफी सारी संस्थाएं थीं जिनके द्वारा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से मूर्ती को कवर से हटाने के लिए आग्रह किया गया था जिसके बाद इसके लिए मंज़ूरी दे दी गयी | ऐसा बताया जाता है कि यह मदिर करीब दो सौ साल पुराना है और वहां की भूमि निजी संपत्ति है | भारत माता की प्रतिमा जो साड़ी में लिपटी हुई है उसकी स्थापना भी वहीँ हुई थी |
ज्ञात हो कि अक्षय कुमार द्वारा भी प्रधानमंत्री राहत कोष में 25 करोड़ का दान किया था और कहा यह उनकी माँ द्वारा भारत माँ को दिया गया एक छोटा सा दान है क्योंकि इस भारत माता ने ही उन्हें सब कुछ दिया है | कश्मीर में भी सिटी चौक को भारत माता चौक किया गया परंतु लिबरल्स को यह बात कभी रास नहीं आई |
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