कुरनूल, आंध्र प्रदेश (Kurnool, Andhra Pradhesh) – यहाँ एक मंदिर जिसका नाम श्री यगनती उमा महेश्वरा मंदिर है – वहां नंदी महाराज की मूर्ति हर साल बढ़ती है। मंदिर के कर्मचारियों ने पहले ही एक स्तंभ हटा दिया है क्योंकि नंदी का आकर बढ़ रहा है।
लोग पहले इसके चारो और प्रदक्षिणा करते थे।
यह बात सही है और इसकी पुष्टि स्वयं भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण द्वारा की गई है।
आइये पहले जानते है मंदिर का इतिहास।
यह मंदिर लगभग 15वी शताब्दी में विजयनगर साम्राज्य के संगम वंश के राजा हरिहर बुक्का राय ने बनाया था। यह वैष्णव परम्पराओं के अनुसार बनाया गया था। भक्तो का मानना है कि मंदिर के सामने नंदी कि मूर्ति स्थापित है – उनका आकर लगातार बढ़ रहा है। स्थानीय लोग कहते है कि मूर्ति शुरुआत में अपने वर्तमान के आकर से काफी छोटी थी। वह कहते है कि इस मूर्ति पर कुछ प्रयोग किया गया था और कहा था कि जिस प्रकार से मूर्ति तराशा गया है – उसमे यह बढ़ोतरी प्राकृतिक स्वभाव है।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने पुष्टि कि है – प्रति साल 20 वर्षो से लगातार मूर्ति 1 इंच बढ़ रही है।
यागंटी मंदिर अपने आप में एक रहस्यमय मंदिर है क्योंकि यहाँ स्थित नंदी महाराज कि मूर्ति लगातार बढ़ती जा रही है और इसी के कारण यह मंदिर हमेशा चर्चा में रहता है।
कुछ लोग कहते है – नंदी महाराज किसी दिन सही में जिन्दा होंगे?
नंदी महाराज कि मूर्ति में बढ़ोतरी देख – कुछ लोग कहते है कि किसी दिन नंदी महाराज में जान आ जाएगी। जिस दिन जान आएगी उस दिन दुनिया में प्रलय आएगा – सारी दुनिया खत्म हो सकती है। और इस कलयुग का अंत होगा।
यागंति उमा महेश्वर मंदिर की नंदी जी की मूर्ति अपने आप बढ़ रही है। यह मंदिर आंध्रप्रदेश में स्थित है। हर हर महादेव !!! pic.twitter.com/3hkwLqv9rw
— sanatanpath (@sanatanpath) November 14, 2019
आप देख सकते है यह ट्विटर कि पोस्ट पर जो 2019 कि है और जो हाल ही में ली गई फोटो है – आप खुद जान जायेगे कि सही में नंदी मूर्ति बढ़ रही है।
अब भक्त नहीं कर पाते प्रदक्षिणा।
पहले जब नंदी मूर्ति छोटी थी तब भक्त प्रदक्षिणा करते किन्तु अब वे प्रदक्षिणा नहीं कर पाते है। इसलिए नहीं कर पाते है क्योंकि मूर्ति मंदिर के पिलर तक पहुंच चुकी है जिसकी वजह से एक पिलर कटवाना पड़ा था।
यह भी कहा जाता है कि इस मंदिर से कौवे दूर भागते है।
मंदिर परिसर में कभी भी एक भी कौवा नहीं नज़र आता है। कहा जाता है कि तपस्या के दौरान विग्न डालने पर ऋषि अगस्त ने कौवे को श्राप दिया था कि वे अब कभी भी मंदिर परिसर में नहीं आ पाएंगे।
यह कहना कठिन है कि पथरो कि प्रकृति कि वजह से नंदी मूर्ति बढ़ रही है या फिर कोई रहस्य छुपा है। किन्तु लोग कहते है कि वो दिन अब दूर नहीं जब नंदी महाराज जाग उठेंगे और कलयुग का अंत तय करेंगे।
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