कट्टर Hindu संभल जाओ वरना Arab के Muslim भाई तूफ़ान की तरह आयेंगे

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ज़फरूल इस्लाम खान (माइनॉरिटी कमीशन अध्यक्ष, दिल्ली) ने देश के हिन्दुओं को अपने अरबी मुस्लिम्स का डर दिखाया है | ज़फरूल ने भारतीय मुसलमानों का समर्थन करने के लिए कुवैत को शुक्रिया कहा है | माइनॉरिटी कमीशन अध्यक्ष का यह भी कहना है कि कट्टर हिन्दू ये ना समझे कि आर्थिक रिश्ते अरब देशों को रोक पायेंगे वह मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार पर हस्तछेप जरूर करेंगे |

अरबी मुस्लामों का खौफ दिखाना चाहते हैं ज़फरूल इस्लाम-

ज़फरूल के मुताबिक हिन्दू शायद इस बात से अनभिज्ञ हैं कि भारतीय मुसलमानों का ओहदा अरबी मुस्लिम्स के बीच काफी ऊँचा है | आगे कहा गया कि भारत के मुस्लमान इस्लाम और अरबी में निपुण हैं इस वजह से उन्हें हर जगह उच्च स्थान मिलता है और यहाँ के मुस्लिम्स ने इस्लाम सभ्यता को सहेज कर रखा है जो काफी बड़ा योगदान है इस धर्म के लिए |

अध्यक्ष महोदय जाकिर नाइक, अबू हसन नदवी जैसे नाम लेकर अरबी मुसलामानों का खौफ दिखाना चाहते हैं | ज्ञात हो कि नाइक आतंकी गतिविधि और हवाला कारोबार से जुड़ा है इसलिए उसे भारत लाने की कवायद चल रही है | इसके अलावा उसने कई मुस्लिम नौजवानों को खुद के विडियो जारी करते हुए आतंक की राह पर धकेल दिया |

ज़फरूल ने चेतवानी देते हुए कहा कि अगर कट्टर हिन्दुओं द्वारा मिल रही प्रताड़ना और दंगों की खबर अरब में कर दी जाए तो वहां से मुसलमान भाइयों की एक आँधी आएगी जिसे कोई रोक नहीं पाएगा | 28 अप्रैल दिन मंगलवार को ज़फरूल ने इन बातों को सबके सामने रखा |

ज़फरूल इस्लाम का CAB प्रदर्शन के समय का कच्चा चिट्ठा-

संबित पात्रा (रास्ट्रीय प्रवक्ता, भाजपा) ने कहा कि ज़फरूल महोदय ने तो जाकिर नाइक को हीरो बना दिया और भारत को अरबी देशों के द्वारा हमले का खौफ दिखा रहे हैं | परंतु ज़फरूल ने CAB प्रदर्शन के समय का अपना कच्चा चिट्ठा किसी को भी नहीं बताया | इन्ही ने एस. ए. बोबडे (CJI) को पत्र लिखते हुए सरकार को आरोपित किया था | ज़फरूल ने दावा करते हुए कहा था कि शांति पूर्वक प्रदर्शन हमारा अधिकार है |

पत्र में ज़फरूल इस्लाम ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा प्रदर्शन करने वालों के घर में घुसकर बर्बरता की गयी है | स्वयं SC (सर्वोच्च न्यायालय) से ज़फरूल द्वारा इस मामले में हस्तछेप करने की अपील की गयी थी | हाल में ये तबलीगी जमात के लोग जिन्होंने इस महामारी को फैलाया उनका महिमामंडन करते हुए नज़र आये | ज़फरूल ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जमातियों के प्लाज्मा लिए जा रहे हैं पर बर्ताव अपराधियों जैसा किया जा रहा है |

पर यह साफ़ तौर पर समझा जा सकता है कि कैब प्रदर्शन कितना शांति पूर्वक किया गया था | कुछ लोगों ने पूरी दिल्ली में आग लगा दी थी और शाहीन बाग़ में बरियानी पार्टी चल रही थी | शर्लीज ने संविधान की बुराई की तो दूसरी ओर विदेश की मीडिया के सामने देश की आबरू को मैला किया गया |

कैदखाना बन के रह गयी हैं स्वास्थ्य सुविधा-

ज़फरूल ने बताया है अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार आइसोलेशन सेंटर्स में हजारों की संख्या में लोग बंद हैं और उन्हें बुनियादी सुविधाएँ भी नहीं दी जा रही हैं | समय पर भोजन नहीं बहार से कुछ ला नहीं सकते तो या साफ़ है कि कैदखाना बन के रह गयी हैं स्वास्थ्य सुविधाएँ | परंतु यह मात्र एक अफवाह है क्यूंकि जब किसी व्यक्ति को क्वारंटाइन किया जाता है तब उसे सभी मूलभूत सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं और वह हर पल चिकित्सकों की निगरानी में रहता है | अब वो बात अलग है कि ज़फरूल इस्लाम खान के प्यारे जमाती भाई खाने पर लात मार दें और मांस मछली की मांग करें |

ज़फरूल के द्वारा पेश किये गए नंदनगिरी सेंटर का उदाहरण भी बेबुनियाद है | उनके मुताबिक वहां 2000 लोग कैद हैं जिनके साथ अपराधियों जैसा बर्ताव हो रहा है | पर इन्हें कौन समझाए कि हजारों व्यक्तियों के बीच कोरोना पहुँचाना और एक व्यक्ति से प्लाज्मा ले लेना इनमे से बड़ी बात कौनसी है | इनके इस बयान का काफी विरोध हो रहा है |

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