कांग्रेस के द्वारा जिन हज़ार बसों की सूची उत्तर प्रदेश की सरकार को भेजी गयी थी वह पूरी फर्जी साबित हुई | इन हज़ार बसों की लिस्ट में जितनी बसों को नामांकित किया गया है वह सब राजस्थान प्रदेश की हैं एवं 460 तो बसें हैं ही नहीं | इस सूची में एक भी बस ऐसी नहीं है जो कांग्रेस की हो |
जो लोग इस बात से अनभिज्ञ हैं उन्हें बता दें कि प्रदेश सरकार की संपत्ति किसी पार्टी की नहीं होती और ना यह मुख्यमंत्री की होती है | प्रियंका वाड्रा द्वारा यू. पी. की सरकार से कहा गया था कि कांग्रेस की तरफ से हज़ार बसें दी जाएँगी और इसके चलते यू. पी. की सरकार ने इस सन्दर्भ में जानकारी मांगी | इसके उपरांत सरकार को कांग्रेस द्वारा हज़ार बसों की सूची प्रदान की गयी जिनको चेक किया गया | इनके रजिस्ट्रेशन जांचने के बाद पता चला कि इनमे से 460 तो फर्जी हैं और तो और जिन बसों का पता चला वह सब राजस्थान परिवहन यानि राज्य की हैं |
जब कांग्रेस द्वारा भेजी गई बसों की सूची का विश्लेषण किया गया तो पाया गया कि ये बसें राजस्थान सरकार की हैं और इनमें से 460 वाहन फर्जी निकले। आपदा के वक्त इतना घिनौना मजाक शायद इससे पहले किसी बड़े राजनीतिक दल ने कभी नहीं किया होगा: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा pic.twitter.com/40NgN1ITkb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 20, 2020
प्रियंका वाड्रा मुख्यमंत्री के पद पर नहीं हैं पर उन्होंने कांग्रेस नेता होने का हवाला देते हुए इस बात को यू.पी. सरकार के समक्ष रखा और कहा कि उनकी पार्टी 1000 बसें भेज देगी जिसका मतलब है कि कांग्रेस के स्वामित्व वाली निजी बसें | बसों की जाँच पड़ताल करने के बाद साफ़ पता चल गया कि इस सूची में एक भी बस ऐसी नहीं है जिसपर कांग्रेस अपना स्वामित्व दर्शा सके | वह या तो फर्जी हैं या फिर दूसरे प्रदेश की संपत्ति हैं | इस कदम से प्रियंका वाड्रा को सौ प्रतिशत फर्जी कहा जा रहा है |
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