5 दिन से भाग रहा Vikas Dubey आज मध्य प्रदेश के मंदिर में गिरफ्तार हो ही गया।

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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) – बदमाश डाकू विकास दुबे को उज्जैन में पकड़ा गया और उसी दौरान उत्तर प्रदेश में उसके दो साथियों का भिंडित कर दिया गया। 

उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर विकास दुबे जिन्होंने पिछले सप्ताह में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या की थी – आज उन्हें मध्य प्रदेश के मंदिर में पकड़ा गया और गिरफ्तार कर लिया गया। यह तब ही मुमकिन हो पाया जब तीन राज्यों के पुलिस अवसर इस केस में शामिल हो गए। विकास दुबे को उज्जैन में पकड़ा गया और वहीँ दूसरी और उनके 2 साथियों को मार डाला गया। 

विकास दुबे के सबसे करीबी साथी अमन दुबे को कल ही मारा गया था। 

अमन दुबे विकास दुबे का सबसे करीबी साथी था जिसका कल एनकाउंटर कर दिया था। सीसीटीवी फुटेज में विकास दुबे को एक मुखौटा में दिखाया गया था, जिसे 6 या 7 पुलिस द्वारा ले जाया गया।

पुलिस द्वारा जानकारी मिली है कि विकास दुबे को महाकाल के मंदिर में सुबह 8 बजे देखा गया था। वह सुबह मंदिर में पूजा करने गया था जब उसको किसी दुकानदार ने पहचान लिया और सिक्योरिटी गार्ड्स को जानकारी दे दी गई। जब वह मंदिर से निकला तब उसे पकड़ के गार्ड्स ने उससे सवाल किए। पहले तो उसने अपना नकली ID कार्ड बताया और फिर जब और सवाल पूछे गए तब उसने गार्ड्स पर हाथ उठाया। फिर सुरक्षा गार्ड्स ने मिल के उसे पुलिस के हाथो सोपा। 

जब उसे पुलिस की गाड़ी में मारा गया तब उसने जोरसे चिल्ला के कहा – “मैं विकास दुबे हु कानपुर वाला।”

मध्य प्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा – 

“यह पुलिस की सबसे बड़ी जीत है – विकास दुबे एक बहुत ही दुष्ट हत्यारा है। पुरे मध्य प्रदेश की टीम सावधान थी और उनकी इतनी मेहनत के बाद उज्जैन महाकाल मंदिर में उसे गिरफ्तार किया गया। हमने उत्तर प्रदेश की पुलिस को जानकारी दे दी।”

8 पुलिस कर्मियों की हत्या शुक्रवार को हुई थी जब वे बढ़ी टीम के साथ कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में विकास दुबे को गिरफ्तार करने गए थे। 

दुबे ने 60 अपराध किए है जिसमे हत्या, किडनेपिंग, एक्सटॉरशन और दंगे शामिल है और इसलिए पुलिस गंभीर तरह से सावधान थी। जब पुलिस वहां पहुंची तब दुबे और उसके आदमियों ने AK-47 से घरो की छत्तो से पुलिस कर्मियों पर फ़ायरिंग की।  

दुबे के गांव के पास के पुलिस अधिकारी की गिरफ्तारी। 

दुबे के गांव के पास पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक को कल इस आरोप में गिरफ्तार किया गया था कि उसने नियमित रूप से गैंगस्टर को कानून से बचने में मदद की थी। बुधवार सुबह दिल्ली के पास फ़रीदाबाद के एक होटल में दुबे को देखा गया तो पुलिस ने यूपी के बाहर उनकी तलाश तेज कर दी।

होटल में पुलिस के पहुंचने से ठीक पहले गैंगस्टर फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने उसके कई साथियों को पकड़ लिया। दुबे की गैंग का एक सदस्य, प्रभात, जिसे होटल में गिरफ्तार किया गया था, और जब उसने भागने की कोशिश की थी उसे कथित तौर पर गोली मार दी गई थी।

उसे पुलिस की गाडी में एक अन्य गिरफ्तार व्यक्ति के साथ उसे वापस कानपुर लाया जा रहा था। और तब ही पुलिस अपने गाडी के टायर को ठीक कर रही थी प्रभात ने बन्दुक उठायी और भागने की कोशिश की थी। उसने पुलिस कर्मियों पर गोली भी चलायी। 

एक सीनियर पुलिस अफसर प्रशांत कुमार ने बताया – “उसे पैर में घाव था और वह अस्पताल में मर गया।”

दूसरा साथी Bauva दुबे अका प्रवीण को Etawah में सुबह मारा गया जो लखनऊ से २२० किमी दूर है। 

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आकाश तोमर ने कहा –

“लगभग 3 बजे, एक स्विफ्ट डिजायर को चार हथियारबंद लोगों ने स्कॉर्पियो पर लूट लिया था। लगभग एक घंटे बाद उन्हें पुलिस ने रोका जब वे भागने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने उनका पीछा किया और एक अनजान व्यक्ति ने गोलीबारी में कई लोगों को घायल कर दिया। और फिर अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।” उस व्यक्ति की पहचान बाद में प्रवीण, दुबे के साथी के रूप में हुई।

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