अम्फान तूफ़ान के बारे में गृह मंत्रालय ने चेतावनी दी है और बताया है कि यह तूफ़ान और भयावह रूप धारण कर सकता है | इसके “सुपर साइक्लोन” बनने के पूरे- पूरे आसार दिख रहे हैं | ऐसा बताया गया कि 18 मई यानि सोमवार तक यह काफी ताकतवर हो जाएगा और अधिक तबाही करने में सक्षम हो जायेगा | उड़ीसा, पश्चिम बंगाल एवं बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों में इसका काफी प्रभाव दिखेगा और यहाँ के निवासियों को सख्त सावधानी बरतने के लिए कहा गया है |
IWSD (भारतीय मौसम विज्ञान विभाग) के अनुसार बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से पर बने अम्फान ने काफी गति प्राप्त कर ली है और यह खतरनाक चक्रवात में बदल चुका है | इससे लगे हुए तटीय इलाकों में अलर्ट जारी हो चुका है | एस.एम. प्रधान (DG, NDRF) ने कहा कि उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में बीस टीमों को पहुँचा दिया गया है और 17 टीम्स को विपदा के लिए तैयार कर दिया गया है | इसके पूर्व भी उड़ीसा में तूफ़ान आया था जिसमे स्थिति को अच्छे तरीके से संभाल लिया गया था |
IMD ने मेघालय, सिक्किम और असम में भी भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है | दूसरी ओर NDRF ने बताया है कि वह हर समस्या के लिए तैयार हैं | पर गौर करने वाली बात यह है कि कोरोना के चलते अम्फान से निपटना थोड़ा मुश्किल ज़रूर होगा | नरेन्द्र मोदी (PM) नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के अफसरों के साथ मीटिंग करके स्थिति का जायज़ा खुद लेंगे |
प्रधानमंत्री शाम को चार बजे मीटिंग में अम्फान तूफ़ान से निपटने के लिए की गयी तैयारियों के बारे बे चर्चा करेंगे | मृत्युंजय महापात्रा (डायरेक्टर जनरल, IMD) ने बताया कि यह तूफ़ान उत्तरी उड़ीसा में काफी तबाही मचा सकता है | केंद्रपारा, भद्रक, बालासोर एवं अन्य तटीय इलाके हैं जो इसकी चपेट में ज्यादा आयेंगे | 13KM की गति से यह चक्रवात फिलहाल आगे बढ़ रहा है एवं इसमें और गति प्राप्त करने के असार नज़र आ रहे हैं | इसको देखते हुए प्रशासन पूरे तरीके से मुस्तैद है |
हल्दिया डॉक पर लोडिंग अनलोडिंग को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है और मिदनापुर के पूर्वी इलाकों में प्रशासन ने सारे इंतज़ाम कर लिए हैं | तटों की रक्षा से जुड़े अधिकारीयों ने कहा है कि किसी भी प्रकार की जन हानि नहीं होने दी जाएगी और इसके लिए मतस्य विभाग के साथ मिलकर काम किया जा रहा है | अंडमान और निकोबार द्वीप पर भी बारिश के आसार हैं एवं पंबन पोर्ट (तमिलनाडु) पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं |
बताया जा रहा है कि उड़ीसा में भारी वर्षा के साथ साथ तेज़ आँधी भी आएगी | अम्फान का केंद्र पारादीप (उड़ीसा) से लगभग 790KM साउथ, दीघा (पश्चिम बंगाल) के लगभग 940 साउथ- वेस्ट एवं खेपुपारा (बांग्लादेश) से 1060KM साउथ- ईस्ट में अंकित हुआ है | जानकारी के अनुसार 20 मई तक यह पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश की सीमाओं को लांघ सकता है | इस स्थिति में इसकी रफ़्तार 185KM/घंटा की होगी जो एक शक्तिशाली तूफ़ान उत्पान करने के लिए काफी है |
#Amphan named and intensifying, very close to Cyclone status. Expected to rapidly intensify into a powerful and extremely dangerous major cyclone. India, Bangladesh and Myanmar just closely monitor the progress of this system. This is a dangerous and life threatening situation. pic.twitter.com/hcykS5SkFo
— Indo-Pacific Tropical Cyclone Warning Center (@warning_center) May 16, 2020
मई 20 तक यह तूफ़ान (अम्फान) दीघा से होता हुआ जाएगा और इस समय तूफ़ान के संपर्क में अधिकतर पश्चिम बंगाल के क्षेत्र आयेंगे जैसे कोलकाता, मिदनापुर, हुगली एवं अन्य | सरकार द्वारा मछली पकड़ने वालों को पहले ही चेतवानी दे दी है और कहा है कि आने वाले 4 दिनों तक बे ऑफ़ बंगाल या उड़ीसा के तटीय इलाकों में प्रवेश ना किया जाए | इसके अलावा जो नावें एवं मछुआरे समुद्र में थे उन्हें तुरंत लौटने की हिदायत दी गयी है |
गौरतलब है कि अम्फान चक्रवात तटीय इलाकों में आने वाले तूफानों में से एक है इसलिए इसके साथ नमी आएगी धूल मिटटी नहीं | इसमें नमी की मात्रा काफी अधिक है इसलिए जिस भी क्षेत्र से यह तूफ़ान गुजरेगा वहां भरी वर्षा के साथ साथ तेज़ गति से हवाएं भी चलेंगी | रामेश्वरम (तमिलनाडु) में वर्षा के चलते मछुआरों की काफी सारी नावें नष्ट हो चुकी हैं और केरल में भी वर्षा हो रही है |
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