कोटा में बाल विवाह करने के लिए पेश किया फर्जी Adhaar card

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राजस्थान में वैसे भी बाल विवाह के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं पर इस बार एक नए तरीके से इस घटना को अंजाम दिया जा रहा है | जी हाँ, इस बार फर्जी आधार कार्ड के बल पर बाल विवाह करवाया जा रहा है और यह घटना है कोटा राजस्थान की | यहाँ प्रशासन की कोशिश से एक ऐसा ही बाल विवाह रुकवाया गया जो इटावा क्षेत्र में संपन्न होने जा रहा था | प्रशासन ने ना सिर्फ विवाह को रुकवाया बल्कि परिजनों पर भी काफी सारी पाबंदियां लगा दीं |

अनजान व्यक्ति ने दी सूचना-

मुकेश मीणा (थाना अधिकारी, इटावा) ने बताया कि विवाह बुधवार के दिन ग्राम मुंगेना के संपन्न होने वाला था परंतु किसी अनजान व्यक्ति ने सूचना दी और SDM कार्यालय में यह खबर फ़ैल गयी | उक्त व्यक्ति ने बताया कि मुंगेना निवासी हेमराज बैरवा ने अपनी नाबालिग बेटी का विवाह तय कर दिया है जो बुधवार को होगा | सूचना मिलते ही रामचरण मीणा (तहसीलदार, पीपल्दा) एवं इटावा की पुलिस विवाह स्थल पर पहुँच गयी |

आयु साबित करने के लिए दिखाया आधार-

पुलिस जब वहां पहुंची तो पुलिस द्वारा बालिका की आयु साबित करने के लिए प्रमाणपत्र की मांग की गयी | परिजनों ने आयु साबित करने के लिए दिखाया आधार कार्ड परंतु आधार कुछ संदिग्ध प्रतीत हुआ | इस शक को दूर करने के लिए शंभुदयाल मीणा (प्रधानाध्यापक, मुंगेना स्कूल) से संपर्क किया गया और जब उनके द्वारा रिकॉर्ड खंगाला गया तो बालिका की आयु महज़ 14 वर्ष निकली | यह पता चलते हुए विवाह को तो रोक दिया गया पर इसके अलावा परिजनों को भी जवाब तलब किया गया और उन्हें पाबंद कर दिया गया |

वर पक्ष पर भी लगायीं बंदिशें-

मुकेश मीणा द्वारा कहा गया कि मुंगेना में बूंदी के अंतर्गत आने वाले कोटा खुर्द निवासी रामभरोसे बैरवा के बेटे भैरुलाल की बारात पहुँचने वाली थी परंतु कार्यवाही के चलते यह संभव नहीं हो सका | देई खेडा पुलिस को सूचना देते हुए वर पक्ष पर भी बंदिशें लगाने के आदेश दिए गए | ज्ञात हो कि राजस्थान में बाल विवाह आम बात है और इसके लिए काफी फर्जीवाड़े किये जाते हैं |

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