लावा कंपनी ने शनिवार को घोषणा की है कि वह अपना निर्यात बाज़ार, विनिर्माण एवं आर एंड डी को चीन से हटाकर भारत में लाएगी | इसके अलावा कंपनी ने यह भी बताया कि करीब आठ सौ करोड़ रुपये (800 Cr.) का इन्वेस्टमेंट कंपनी द्वारा आने वाले 5 सालों में किया जाएगा | लावा का 30 प्रतिशत से ज्यादा निर्यात अफ्रीका, मेक्सिको और पश्चिम एशिया के बाज़ार में होता है |
आने वाले 5 वर्षों में लगभग 800 करोड़ का इन्वेस्टमेंट-
मैन्युफैक्चरिंग और डेवलपमेंट की प्रक्रिया को बढाने के लिए इस साल करीब अस्सी करोड़ रुपये लगाएगी और आने वाले 5 वर्षों में 800 करोड़ का इन्वेस्टमेंट होगा | कंपनी के द्वारा जारी किये गए एक बयान में बताया गया कि भारतीय सरकार ने PLI की स्कीम लागू करके एक अच्छा कदम उठाया है जिससे चीन की लागत से अधिक लाभ भारत में ही देने का एलान किया है | यह घरेलु कम्पनीज के लिए बेहतर है और इससे काफी फायदा मिलेगा |
Being #ProudlyIndian is not just an idea, but a responsibility to do even better as an Indian brand, now more than ever. It’s time to embrace this new India & to support #AatmaNirbharBharat.
Let’s all strive to make our nation prosperous again.#ResponsibleIndian #VocalForLocal pic.twitter.com/xhMMqXfFKO
— Lava Mobiles (@LavaMobile) May 15, 2020
योजना से मिलेगा प्रोत्साहन-
हरिओम राय (चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक, लावा) ने बताया कि कंपनी R&D की डिजाइनिंग के साथ साथ इंडिया में विनिर्माण के लिए आतुर है | इसके अलावा उन्होंने कहा कि इससे उत्पादन में प्रोत्साहन मिलेगा एवं विश्व के बाज़ार में भी विनिर्माण करने की क्षमता पूर्ण होगी | PLI योजना से मिलेगा प्रोत्साहन एवं देश में ही निर्मित वस्तुओं पर 4-6 प्रतिशत प्रोत्साहन भी मिलेगा जो काफी अच्छी बात है |
शुरू हुआ नोएडा का कारखाना-
लावा ने 20% उत्पादन की क्षमता के साथ पिछले हफ्ते से नोएडा स्थित कारखाने को शुरू कर दिया है | परंतु कोरोना को देखते हुए कंपनी ने तीन हज़ार कर्मियों की जगह सिर्फ 600 कर्मियों के साथ इस कारखाने का संचालन शुरू किया है |
हमरा सहयोग करे, कुछ दान करे , ताकी हम सचाई आपके सामने लाते रहे , आप हमरी न्यूज़ शेयर करके भी हमरा सहयोग कर सकते |