Kanpur के Bank of India में चाय बेचते बेचते कर दिया 1.41 करोड़ का घोटाला

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कानपुर, यहाँ से एक चौकाने वाली खबर मिली है कि एक चाय बेचने वाले शख्स ने बैंक में करीब डेढ़ करोड़ रुपये का घोटाला कर दिया है | महाराजपुर में स्थित बैंक ऑफ़ इंडिया की शाखा में इस व्यक्ति ने घटना को अंजाम दिया | चाय बेचते हुए इसने बैंक के कर्मियों को कंप्यूटर चलाते हुए देखा और फिर उसने ऑनलाइन कार्य प्रणाली की समझ हासिल की और बन गया साइबर मुजरिम | बैंक की गोपनीय जानकारी भी उसके हत्थे चढ़ गयी और बैंक में उसने ऐसा सिक्का जमाया था कि वह बैंक कर्मी ही माना जाता था |

 

गिरफ़्तार होने बाद उजागर हुए राज़-

बैंक ऑफ़ इंडिया की शाखा जो महाराजपुर में स्थित है वहां पर 1.41 Cr. का घोटाला करने वाले शातिर अपराधी पंकज गुप्ता निवासी महाराजपुर को हथिपुर से गिरफ्तार किया गया है | उसके गिरफ्तार होने के बाद कई राज़ उजागर हुए हैं और इसकी जांच राम अवतार (नर्वल इंस्पेक्टर) द्वारा की जा रही है | बीते 16 वर्ष से वह बैंक में चाय बेच रहा था और वह इतना प्रिय हो गया कि उसे बैंक के कर्मियों द्वारा दिहाड़ी पर रख लिया गया | इसके बाद वह कंप्यूटर से रूबरू हुआ और काफी कुछ सीखने लगा और बैंक कर्मी भी उसपे भरोसा करने लगे जिसके चलते उसे गोपनीय जानकारियां भी हासिल होने लगीं | बस यह जानकारी उसके काम आ गयी और उसने कई एकाउंट्स से अपने अकाउंट में पैसे ट्रान्सफर कर लिए |

 

कोई न कोई बैंक कर्मी इस मामले में संलिप्त ज़रूर है-

 

यह मामला काफी बड़ा है क्योंकि करीब 24 से अधिक लोगों के खाते से राशि ट्रान्सफर हुई और बैंक को भनक तक नहीं लगी | पुलिस और बैंकिंग विशेषज्ञ भी इस बात से हैरान हैं कि आखिर ऐसी जानकारी बैंक को क्यों नहीं लगी | पुलिस ने बताया है कि कोई न कोई बैंक कर्मी इस मामले में संलिप्त है और उनके द्वारा चार कर्मियों पर शक जताया गया है | पुलिस का यह भी कहना है कि कोई भी व्यक्ति बैंक में आकर ऐसा नहीं कर सकता जब तक कोई अन्दर का कर्मी न हो क्योंकि काफी सारी चीज़ें बैंक में ऐसी होती हैं जिन्हें बस एक कर्मी ही जान सकता है | एक नामी व्यक्ति के खाते से भी पैसे गायब हुए हैं और राम अवतार (विवेचक) द्वारा बयान दिया गया है कि दोषियों को सजा ज़रूर मिलेगी |

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