कोरोना संक्रमण के चलते सम्पूर्ण देश लॉकडाउन में है लेकिन इसका उल्टा सोशल मीडिया पर हो रहा है | यहाँ सोशल मीडिया पर हिन्दुओं के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट्स लिखे जा रहे हैं एवं शेयर भी किये जा रहे हैं |
एक लिबरल युवक ने झारखण्ड की पुलिस को टैग किया और एक फल विक्रेता जिसकी दूकान पर हिन्दू संगठन का पोस्टर लगा था उसका विरोध किया | युवक ने आरोप लगाते हुए कहा कि अब हिन्दू संगठनों ने झारखण्ड सरकार की जगह ले ली है और दुकानों को संचालित करने की अनुमति दे रहे हैं |
जैसे ही पुलिस की नज़र में यह मामला आया तो जवाबी ट्वीट में कार्यवाही करने का आश्वाशन दे दिया गया | पुलिस ने पोस्टर निकलवा दिया और कहा कि फल विक्रेता जिसकी दुकान पर “ विश्व हिन्दू परिषद् अनुमोदित” लिखा था उसपर कानूनी कार्यवाही चालू कर दी गयी है |
खबर यह भी आई कि जब रंजीत कुमार (थाना प्रभारी, कदमा) बाज़ार में उक्त फल की दुकान पर पहुंचे तो दुकानदार सहित और विक्रेता भी पुलिस से झड़प करने लगे | जैसे ही इसके बारे में दीपल विश्वास (अध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद्, कदमा मंडल) तो वह भी अपने समर्थकों के साथ उक्त स्थान पर पहुँच गए और पुलिस की कार्यवाही का विरोध किया | इसे देख रंजीत कुमार वहां से निकल गए और दंड संहिता की धारा १०७ के तहत कार्यवाही की |
जैसे ही ये खबर सोशल मीडिया पर आई वैसे ही इसने तूल पकड़ लिया | लोगों ने जमशेदपुर पुलिस के द्वारा की गयी कार्यवाही पर आपत्ति प्रकट की और कहा कि अगर यह गलत है तो उन सब दुकानों पर कार्यवाही करो जिनपर दूसरे धर्म के नाम या चिन्ह हैं | कई लोगों के ट्वीट में सवाल था कि आखिर हिन्दू लिखने में दिक्कत क्या है और अगर यह सही है तो फिर क्या इस कदम को हलाल एवं मुस्लिम लिखी दुकानों पा भी लागू किया जाएगा ? रात तक ये भारत में दूसरी सबसे ट्रेंडिंग खबर बन गयी |
उधर रघुवर दास (पूर्व मुख्यमंत्री) ने भी निंदा करते हुए इस घटना को निराशाजनक बताया है और फल विक्रेताओं के साथ सहानुभूति दिखाई है | उनका कहना है कि तुष्टीकरण की इस राजनीति को बंद करना चाहिए खासकर उन छोटे विक्रेताओं पर जो बामुश्किल अपनी जीविका चलाते हैं |
उन्होंने यह भी कहा है कि अगर व्यापारियों पर की गयी कार्यवाही को रोका नहीं गया एवं केस को वापस नहीं लिया तो भाजपा जमशेदपुर सरकार के खिलाफ आन्दोलन करेगी | सुरेश नाखुआ (भाजपा प्रवक्ता) ने भी ट्वीट में जमशेदपुर की पुलिस से जवाब माँगा है कि आखिर पोस्टर हटाने की कार्यवाही किस कानूनी प्रक्रिया के हिसाब से की गयी | इसपर पुलिस की ओर से कोई जवाब नहीं आया है |