बिहार (Bihar) – हरियाणा, पंजाब और यूपी के लड़के यह काम करते है – इनके जाल में फंसने वाली अधिकतर लड़कियाँ वापिस लौट नहीं पाती। 2008 में कोसी के बाढ़ के दौरान भी ऐसे मामले सामने आये थे और अब लॉकडाउन में झूठी शादियों के मामले फिर बढ़ते दिखाई दिए।
यह लॉकडाउन की ही बात है। बिहार के सुपौल जिले में हुलास गांव में एक लड़का झूठी शादी कर रहा था और वहीँ दूसरी और दिल्ली में पहले से ही उसकी एक लड़की से लव मैरिज हो चुकी थी। लॉकडाउन में अपने गांव आया और दूसरा रिश्ता तय भी कर लिया। लड़की नाबालिक थी किन्तु माँ बाप गरीब थे इसलिए उन्होंने रिश्ता तय कर दिया। लड़के ने पहली शादी के बारे में किसी को भी खबर नहीं दी। एन मौके पर सामाजिक संस्था ग्राम विकास परिषद को इसकी खबर लग गई और उन्होंने तुरंत वह शादी रुकवा दी। लड़के को पुलिस के हवाले नहीं किया और उसे समझा बुझाकर मामला खत्म कर दिया।
सोशल एक्टिविस्ट की वजह से इनकी शादी को रोक दिया गया।
बिहार में तो जैसे झूठी शादियों का ट्रेंड सालो से चल रहा है। पंजाब,हरियाणा और यूपी के लोग बिहार में आते है। वहां पैसे दे के लड़कियों से शादी करते है और अपने साथ उन्हें ले जाते है। सबसे ज्यादा ऐसे मामले पंजाब और हरियाणा के होते है। मुसीबतों के दौरान ज्यादा सक्रीय हो जाता है क्योंकि लोगो की मज़बूरी का फायदे उठाने का उनको यह समय और मौका मिल जाता है। बिहार में इन दिनों कोरोना वायरस सहित ही बाढ़ ने भी आगमन किया जिससे कई लोगो के घर दुबे है और वे सड़क पर रहने को मजबूर हो चुके है। और ऐसे हालातों में झूठी शादियों की आशंका और भी बढ़ गई है।
हाल ही में एक नाबालिक लड़की की ज़िन्दगी समाजवादी सोशल एक्टिविस्ट ने बचाई – वह केवल 13 वर्ष की है। अधेड़ उम्र के आदमी से उसकी शादी करवाई जा रही थी। पिछले 12 सालो में कई फेक मैरिज के खिलाफ लड़ रही है मधुबनी की सामाजिक कार्यकर्ता हेमलता पांडे जो कहती है कि – हमने सिर्फ 2017 – 2019 के बीच ही मानव तस्करी के 13 ऐसे मामले पकडे और 32 लोगो को गिरफ्तार भी किया। यह ऐसे मामले थे जिनमे पंजाब, हरियाणा और यूपी के लोग बिहार में आते थे और पैसो का लेन देन कर के गरीब लड़कियों से मंदिरों में शादी कर ली।
कई मामलो का तो सही समय पर खुलासा हुआ और शादी तुड़वा दी गई।
कई मामले ऐसे भी है जो सही समय पर खबर मिलते ही उनकी शादी तुड़वा दी गई। किन्तु वहीँ कुछ मामले ऐसे भी है जो लड़की शादी हो के गई है वह हरियाणा में 3-3 परिवारों की बहु बानी हुई है। बहुत से मामलो में यह भी पता चला कि लड़का कुछ साल लड़की के साथ रहता है और फिर उसे किसी और को बेच देता है।
यह सभी बिहार के ही गांव के लड़के है जो लड़कियों को खरीदने और बेचने वाले काम में शामिल थे।
बिहार में यह काम नेटवर्किंग के जरिए चल रहा है – यहाँ के लड़के पंजाब हरियाणा जाते है और वहां के लड़को से दोस्ती होती है। पैसो कि लालच में ये उन लोगो को अपने गांव में लाते है और कुछ दिन साथ में रखते है। फिर किसी गरीब परिवार को देख कर शादी कि बात कर लेते है। लड़की के घरवालों को पैसे का ऑफर दिया जाता है। तरह तरह के सपने दिखाए जाते है। जैसे लड़का शहर में नौकरी बिज़नेस करता है और काफी पैसे वाला है। लड़की को खुश भी रखेगा। इतने में वह गरीब परिवार इस शादी के लिए राज़ी हो जाते है।
पांडे के अनुसार –
मोटी रकम तो बीच वाला दलाल खा जाता है। परिवार को 20 से 25 हजार रुपए दिए जाते है और किसी मंदिर में शादी करके लड़की को लेके फरार हो जाते है। लड़की के परिवार को लगता है कि बेटी कि शादी हो गई और पैसे खर्च होने कि जगह उन्हें पैसे मिल गए। और इसलिए वे खुश हो जाते है। बाद में जिस दलदल में लड़की फंसती है – उसका अंदाजा कोई नहीं लगा सकता।
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