Zoom वीडियो कॉन्फ्रेंस एप की सिक्योरिटी को लेकर पिछले कई दिनों से बवाल मचा हुआ है। खुद जूम के सीईओ ने भी स्वीकार किया है कि जूम एप में सिक्योरिटी को लेकर खामियां हैं। जूम के सीईओ एरिक एस युआन ने कुछ दिन पहले अपने एक ब्लॉग में कहा था कि कंपनी मामले की जांच कर रही है और अगले 90 दिनों में सिक्योरिटी के मसले को हल किया जाएगा।
सरकार ने जूम को लेकर जारी की एडवाइजरी
भारत की कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम और राष्ट्रीय साइबर-सुरक्षा एजेंसी ने कुछ दिन पहले जूम की सिक्योरिटी को लेकर लोगों को आगाह किया था और कहा था कि जूम एप साइबर हमलों का जरिया बन सकता है। इस एप के जरिए साइबर अपराधी सरकारी और निजी कार्यालयों से डाटा चोरी करके उसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। सीईआरटी ने कहा है कि जूम एप के साथ डाटा लीक का खतरा है।
जूप अप्प आपके प्राइवेट फोटोज वीडियोस का Control ले लेता है , और कोई भी Hacker आपके फ़ोन के डाटा को हैक कर सकता है इस App के कारण !
Zoom app सिक्योरिटी पैच कर भी दे तब भी यह App आपके लिए नहीं है क्युकी यह एक Chinese App है और यह app सारा डाटा china के साथ शेयर करते है
जूम एप में सिक्योरिटी के लिए क्या करें?
- सभी मीटिंग्स के लिए अलग-अलग यूजर आईडी और पासवर्ड बनाएं।
- वेटिंग रूम फीचर को ऑन करें ताकि मीटिंग में सिर्फ वही लोग शामिल हो सकें जिन्हें आप चाहते हैं।
- मीटिंग शुरू होने से पहले ज्वाइन फीचर को डिसेबल करें।
- स्क्रीन शेयरिंग की इजाजत सिर्फ उसे ही दे जो मीटिंग कर रहा है या होस्ट है।
- हटाए गए लोगों को फिर से ज्वाइन होने का रास्त बंद करें यानी री-ज्वाइन को डिसेबल कर दें।
- जरूरत ना हो तो फाइल ट्रांसफर फीचर को बंद रखें।
- मीटिंग में सभी लोगों के शामिल हो जाने के बाद मीटिंग को लॉक कर दें।
- रिकॉर्डिंग फीचर को बंद कर दें।
- यदि आप होस्ट हैं तो मीटिंग खत्म होने के तुरंत बाद सिस्टम को छोड़कर ना जाएं।
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