प्रियंका वाड्रा द्वारा यू.पी के श्रमिकों का सहारा लेते हुए राजनीती की गयी और इसके लिए उन्होंने बिना सोचे समझे कह दिया कि मैं 1000 बसें दे रही हूँ आप लोग बस श्रमिकों को उसमे बैठा दीजिये | इस सन्दर्भ में जब उत्तर प्रदेश की सरकार ने उनसे सूची प्रदान करने की बात कही तो एक फर्जी सूची को दे दिया गया | जब इस बात पर वह फसती नज़र आयीं तो उन्होंने राजस्थान की सरकार से बात की और कहा शीघ्र अतिशीघ्र उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर बसों को पहुँचाया जाए |
परंतु इस पूरे मामले में गरीबों का भला तो दूर उल्टा कांग्रेस ने बस के चालकों को फसा दिया जो अब बेमतलब परेशान हो रहे हैं | राजस्थान की प्रदेश सरकार ने भी प्रियंका को खुश करने के चक्कर में उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर बसें लगवा दी और उसके बाद चालकों की बुरी स्थिति हो गयी | एक विडियो भी आया है जिसमे इन बस चालकों की व्यथा को देखा जा सकता है |
अलवर जिले के एक बस चालक ने विडियो में बताया कि उनको गुमराह करके यू.पी. की बॉर्डर पर भेजा गया है और इसके अलावा ऐसे कई सारे चालक है जो यहाँ फस गए हैं | उसने विडियो में बताया कि यहाँ पर ना तो खाना है और ना ही पीने के लिए ढंग का पानी हर चालक यहाँ बुरी स्थिति झेल रहा है |
ज़रा देखिए, सियासी आका को खु़श करने के लिए राजस्थान सरकार ने कैसे बेगुनाह बस चालकों को पीट पीट कर गाड़ियाँ इकट्ठा कराईं, पिछले 24 घंटे से उन्हें ना तो खाना दिया, ना ही पानी, राजनीति नहीं सेवा का दावा करने वालों का ज़रा ये घिनौना सच देखिए #योगी_की_हजार_ट्रेन pic.twitter.com/VQd9wdSjDG
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) May 20, 2020
अब इसे मतलब की राजनीति कहा जा रहा है क्यूंकि प्रियंका वाड्रा द्वारा श्रमिकों के लिए कुछ अच्छा तो किया नहीं गया उल्टा बस चालकों को यहाँ धोखे की राजनीती करके फसा दिया गया जो अब तड़प रहे हैं |
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