देश में कोरोना की जंग जारी है, सरकार और पूरा देश उस जंग से जितने का प्रयत्न कर रहा है। देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार (आज) सुबह 11 बजे ईमानदारी से कर चुकाने वाले करदाताओं के लिए एक प्लेटफॉर्म लॉन्च किया। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से “ईमानदार का सम्मान” नामक एक प्लेटफॉर्म का किया शुभारंभ। ईमानदार करदाताओं की तारीफ़ और कदर करने वाले देश के प्रधानमंत्री ने इस बार उनके लिए एक बड़ा प्रोग्राम शुरू किया। इसमें फेसलेस असेसमेंट, टैक्सपेयर्स चार्टर, फेसलेस अपील की सुविधा मिलेगी।
सूत्रों की माने तो –
इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर शामिल हुए। साथ ही विभिन्न वाणिज्य मंडलों, व्यापार संघों एवं चार्टर्ड अकाउंटेंट संघों के साथ-साथ जाने-माने करदाता भी भी उपस्थित रहे।
आदरणीय PM श्री @narendramodi जी द्वारा 21वीं सदी के टैक्स सिस्टम की नई व्यवस्था ‘Transparent Taxation–Honouring The Honest’ का लोकार्पण किया गया है।
यह नई व्यवस्था देश के ईमानदार करदाताओं के जीवन को आसान बनाएगी।
इस अभिनव प्रयास हेतु प्रधानमंत्री जी का आभार!#HonoringTheHonest
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 13, 2020
आखिर इस मौके पर PM Modi ने क्या संबोधित किया ?
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- आज संरचनात्मक सुधार हुआ, 21वीं सदी के टैक्स सिस्टम की इस नई व्यवस्था का आज लोकार्पण किया गया है।
- फेसलेस असेसमेंट और टैक्सपेयर्स चार्टर जैसे बड़े रिफ़ॉर्म है जो आज से ही लागू कर दिए गए है।
- साथ ही फेसलेस अपील की सुविधा भी है जो 25 सितंबर यानि दीन दयाल उपाध्याय जी के जन्मदिन से पूरे देशभर में नागरिकों के लिए उपलब्ध हो जाएगी।
- अब कर देने में आसानी होगी, तकनीक की सहायता से लोगों पर भरोसा जताया जाएगा। देश का ईमानदार टैक्सपेयर राष्ट्र निर्माण में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। चाहे सिस्टम फसलेस हो किन्तु,टैक्सपेयर को ये फेयरनेस और फेयरलेसनेस का विश्वास देने वाला है।
- इससे टैक्सपेयर का जीवन आसान बनता है, जिससे वह आगे बढ़ता है तो देश भी आगे बढ़ता है।
- यह सरकार के दखल को कम करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। नई सुविधाएँ, मिनिमम गवर्मेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगी।
- अब 5 लाख रूपए की आए पर टैक्स नहीं है और स्लैब में भी टैक्स कम हुआ है। इसके चलते कारपोरेट कर में भारत दुनिया में सबसे कम कर लेने वाले देशों में से एक हो गया है।
- आयकर विभाग हर करदाता को उलझाने के बजाय समस्या सुलझाने के लिए काम करना होगा। साथ ही अब आयकर विभाग को टैक्सपेयर के गौरव का संवेदनशीलता के साथ ध्यान रखना होगा।
- दाखिल किए गए सभी रिटर्न का टैक्स रिटर्न जांच एक-चौथाई से 0.26 फीसदी तक घट गए है।
- बीते वर्षो में टैक्स भरने वाले व्यक्तियों की संख्या में बढ़ोतरी आई है किन्तु, 130 करोड़ की जनसंख्या के सामने यह बहुत कम है।
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि – करा धान प्रशासन के इतिहास में आज का दिन महत्वपूर्ण है।
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