गढ़वा, पति की मृत्यु उपरांत एक मुस्लिम महिला दरबदर भटक रही थी उसका कोई सहारा नहीं था और साथ में थे दो बच्चे | तब एक हिन्दू दलित युवक द्वारा उसको सहारा दिया गया और महिला ने स्वेच्छा से अपना नाम परिवर्तित कराया | दोनों ने विवाह किया और इसके पश्चात इस विवाह का पंजीयन भी पूरी कानूनी प्रक्रिया से करवाया | शादी के बाद दंपत्ति को एक और बच्चे की प्राप्ति हुई और वह आठ साल से साथ में आराम से गुज़र बसर कर रहे थे | परंतु अचानक से धर्म के रक्षक या उन्हें ठेकेदार भी कहा जा सकता है उन्हें इस बारे में खबर लगी और वह सक्रिय हो गए |
वह दंपत्ति के पास पहुंचे और कहा यह विवाह मान्य नहीं है और प्रथम पति से हुए बच्चों को ले गए | इसके अलावा उन्होंने दंपत्ति को दूर चले जाने की धमकी भी दी है और ठेकेदारों द्वारा यह भी कहा गया कि वह लोग अगर ऐसा नहीं करते हैं तो उन सब की हत्या कर दी जाएगी |
पूर्ण मामला-
पूर्ण मामला यह है कि झारखंड की सीमा और यू.पी. से लगे दुद्धिनगर के अंतर्गत आने वाले ग्राम अमवार में निवासरत आजमा खातून (पिता फैजुल अंसारी) का 12 वर्ष पूर्व निकाह हुआ था | यह निकाह मेरठ में हुआ था और इनकी बिरादरी में ही संपन्न हुआ था | गढ़वा जिले में आने वाले श्रीबंशीधर के अंतर्गत नरही ग्राम में आजमा का ननिहाल है | निकाह के कुछ वर्ष उपरांत ही उसके पति का देहांत हो गया और ससुराल पक्ष ने उसे घर से भगा दिया गया | पहले निकाह से उसको दो बच्चे हुए जिसमे एक पुत्र एवं एक पुत्री है | भटकी हुई आजमा कंकरखेडा पहुंची जहाँ उसने विपिन कुमार (दलित युवक) निवासी ग्राम पावती ख़ास से हिन्दू धर्म अनुसार विवाह कर लिया | इसके बाद उसने अपना नाम परिवर्तन किया और उसका नाम निशा रानी हो गया |
दूसरी शादी से नवीन दंपत्ति को एक पुत्र प्राप्त हुआ जिसकी आयु 4 वर्ष है | 19 मार्च को वह अपने ननिहाल पहुंची पति के साथ क्योंकि वह अपनी माँ से मिलना चाहती थी | गाँव पहुँचने के बाद वहां के निवासियों को खबर लगी कि आजमा ने गैर मज़हबी युवक से शादी की है | इसके उपरांत गांव वाले आक्रोशित हो गए और दंपत्ति के साथ बुरा व्यवहार किया इसके अलावा उन दोनों को जाति के नाम पर भी भला बुरा कहा गया | डॉ. फूल मोहम्मद एवं उसके साथ कुछ लोग और थे जिन्होंने पूर्व पति के बच्चों को दमपत्ति से धर्म का हवाला देते हुए छीन लिया |
दंपत्ति ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी सोना कुमारी (11 वर्ष) एवं सोनू कुमार (9 वर्ष) से मजदूरी करवाई जा रही है | जब इसका विरोध पति पत्नी द्वारा किया गया तो अजमू अंसारी जो गाँव का ही निवासी है उसने उनके साथ मारपीट कर दी |
CWC को जानकारी मिली –
बता दें कि यह दंपत्ति गत ढाई महीने से अपने बच्चों को पाने की जंग लड़ रहा है और अब CWC को जानकारी मिली है | चेयरमैन (CWC) द्वारा SDPO को निर्देश दिए गए हैं कि दंपत्ति के बच्चों को वापस लायें और उनको इसकी सूचना प्रदान करें | श्रीबंशीधर नगर के पुलिस अधिकारी ने बच्चों को वापस लाने के लिए पड़ताल आरंभ की है | प्रखंड कार्यालय में दंपत्ति व उनके तीसरे बच्चे को शरण मिली है और मुख्यमंत्री द्वारा स्थापित दाल-भात सेंटर से इनको एक समय का भोजन प्राप्त हो जाता है |
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