Update – मस्जिद में बलि – आरोप लगाने वाले व्यक्ति रोहित जायसवाल ने अपना बयान बदल लिया
बिहार पुलिस ने मौत का मस्जिद से किसी भी तरह का संबंध होने से इनकार किया है.
बिहार में ऐसा मामला उजागर हुआ है जिसे सुनकर किसी का भी मन विचिलित हो सकता है | यहाँ एक मासूम की मस्जिद में बेरहमी से हत्या कर उसका शव नदी में बहा देने का आरोप है | गरीब परिवार ने जब पुलिस से मदद मांगी तब उनके साथ बदतमीज़ी की गयी और नतीजन परिवार को अन्य स्थान पर जाना पड़ा ऐसा आरोप है | वर्तमान में परिवार यू.पी. के किसी स्थान पर रह रहा है |
घटना बिहार में आने वाले गोपालगंज के अंतर्गत बेलाडीह की बताई जा रही है | राजेश जैसवाल जो कि OBC श्रेणी में आता है वह पकोड़े का ठेला लगाकर अपना और अपने परिवार का पेट पालता था | उसने बताया कि 28 मार्च के दिन कुछ मुसलमान लड़के उसके बेटे को क्रिकेट खेलने के लिए बुलाने आये और वो चला गया |
उसने बताया कि उसके 15 साल के पुत्र रोहित को सबसे पहल मस्जिद में लेकर गए और वहां उसकी बलि चढ़ा दी | राजेश के अनुसार गाँव में एक नए मस्जिद का निर्माण हुआ है और वहां ऐसी भ्रान्ति है कि अगर किसी हिन्दू शख्स की बलि चढ़ा दी जाये तो मस्जिद की शक्ति में इजाफा होता है | राजेश ने आरोप लगाया कि रोहित को वहां बुलाने के लिए बच्चों का सहारा लिया गया था और वहां लोग पहले से ही मौजूद थे जो नर बलि देने के लिए तैयार थे |
ऐसा पता चला है कि इस साजिश में 6 से 7 लोग शामिल हैं और बच्चे को गला दबा के मारा गया है | इसके अलावा पीड़ितों और आरोपियों के बीच किसी प्रकार का कोई विवाद या रिश्ता नहीं है | रोहित की बहन ने एक विडियो बनाया है जिसमे उसने इन्साफ ना मिलने की बात की है और कहा है अगर आगे भी ऐसा ही हुआ तो पूरा परिवार ख़ुदकुशी कर लेगा | उस मासूम बच्ची ने पुलिस पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है |
पुलिस द्वारा किया गया दुर्व्यवहार-
राशिद जमाल (SP, गोपालगंज) ने कहा है कि मामला दर्ज हो चुका है और इसपर पुलिस द्वारा जांच पड़ताल भी शुरू की जा चुकी है | परंतु पीड़ितों के पक्ष में उन्होंने कुछ भी नहीं कहा बस इतना बताया कि यह मामला SDPO संभाल रहे हैं और उनके द्वारा ही कोई जवाब दिया जाएगा | जब SDPO हथुआ से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने भी व्यस्तता का बहाना बना दिया |
राजेश ने बताया जब वह सर्वप्रथम पुलिस के पास गया तो अश्विनी तिवारी (थाना अध्यक्ष) ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की और कहने लगे सरकार से 8 लाख मुआवजा मिल जाएगा इसलिए FIR के फेर में मत पड़ो | राजेश के अनुसार बच्चे के शव को भी कुछ क्षणों में पोस्टमॉर्टम का हवाला देते हुए ले गए एवं रिपोर्ट भी गलत बनाई गयी है | शव पर भारी चीज़ बाँधी गयी जिससे वह नदी में तैर ना पाए और पुलिस ने राजेश पर एक्सीडेंट होने का दवाब बनाया |
जब दोबारा वह अपनी पत्नी के साथ थाने गए तो उन्हें और पत्नी को अश्विनी तिवारी (थाना अध्यक्ष) द्वारा माँ- बहन की गाली देते हुए बहार निकाला गया | गाली देने का विरोध पत्नी द्वारा करने पर कहा गया हमने नहीं मारा है तुमाहरे बच्चे को और गाली तो देंगे जो करते बने कर लो | इसके बाद रज़ा एवं साबित अंसारी द्वारा जान की धमकी मिलने के उपरान्त उन्होंने गाँव छोड़ दिया | इसके अलावा पुलिस ने उनके साथ मारपीट भी की थी और पत्नी को भी मारा था |
राजेश के अनुसार यह मामला दबाने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है और कोई स्थानीय नेता या जनप्रतिनिधि उनका साथ नहीं दे रहे हैं | पत्नी ने पुलिस अधिकारी के पैर पकड़ न्याय की मांग करने पर भी उन्हें लात और घूसों की मार मिली |
Update – गोपालगंज की मस्जिद में हिन्दू बच्चे की बलि का मामला पहुंचा U.P. CM yogi तक
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