भारतीय सेना द्वारा उन इलाकों को कब्जामुक्त करवा लिया है जिन्हें चीन ने जवाहर लाल नेहरु के रहते हथिया लिया था | 1962 में नेहरु के कार्यकाल में यह हुआ था और चीन ने भारत पर हमला कर लद्दाख का एक बड़ा हिस्सा अवैध तरीके से कब्ज़े में ले लिया था | परंतु 15 जून को जो हुआ उसके बाद यह हिस्से अब वापस भारत के पास आ गए हैं | यह सूचना एक ब्रिटिश मीडिया द्ववारा साझा की गयी हिया और उसमे बताया है कि पेंगोंग लेक के कब्ज़े हो हटाकर अब भारत ने उसे वापस ले लिया है |
India Captures Chinese Side of Pangong Lake – Region Controlled by China Since 1962.
Reports UK Media.https://t.co/8HunWVE3v6
— TIM×𝟕𝟕 (@TIMx77) June 17, 2020
फिंगर 8 पर था कब्ज़ा-
यह लेक फिंगर में गिनीं जाती है 1 से 8 और फिंगर 8 पर चीन की सेना द्वारा कब्ज़ा जमा लिया गया था | परंतु ब्रिटिश मीडिया के अनुसार अब भारत वापस फिंगर आठ पर काबिज़ हो गया है | 1962 से चले आ रहे कब्ज़े का अब अंत हो गया है | ज्ञात हो कि चीन की सेना ने भारत पर हमला किया था और इसका जवाब उसे घातक तरीके से दिया गया था | चीन को काफी नुकसान हुआ और उसके बाद ही वह शांति से मामले को सुलझाने की बात करने लगा |
भारतीय वामपंथी कर रहे समर्थन-
चाहे 1962 हो या फिर 2020 भारत के वामपंथियों ने हमेशा से ही चीन का समर्थन किया है और कई बार तो चीन की सेना के लिए ब्लड डोनेशन कैंप भी लगवाए गए | इस बार भी कांग्रेस ने उम्मीद के अनुसार काम किया क्योंकि उसने भारत के कदम को गलत बताते हुए चीन का साथ दिया |
सुरजेवाला द्वारा झड़प का ठीकरा मोदी सरकार पर फोड़ा गया पर असलियत में पहला हमला संतोष बाबु (कर्नल, भारतीय सेना) पर चीन के सैनिकों ने किया था | फिर इसका ऐसा जवाब मिला कि उनकी सिट्टी पिट्टी गुल हो गयी | पर कांग्रेस द्वारा चीन को पाक साफ़ बताया गया और क्लीन चिट भी दे दी गयी |
Modi government responsible for violent face-off with Chinese troops in Galwan Valley: Congresshttps://t.co/vTac76XN7A
— iMac_too (@iMac_too) June 18, 2020
उधर चीन भी अपनी मासूमियत दुनिया को दिखा रहा है कि उसने कुछ नहीं किया वो तो दूध पीता बच्चा है जिसे भारत से खामखा छेड़ा है और कांग्रेस भी ताल से ताल मिलाते हुए उसका साथ दे रही है |
हमरा सहयोग करे, कुछ दान करे , ताकी हम सचाई आपके सामने लाते रहे , आप हमरी न्यूज़ शेयर करके भी हमरा सहयोग कर सकते |