नेल्लोर (आंध्र प्रदेश), यहाँ पर मंगलवार को पेरुमलापाडु गाँव के समीप स्थित पेन्ना नदी में रेत उत्खनन का कार्य प्रगति पर था | जैसे ही इसके तल से रेत निकलना शुरू हुई वैसे ही कुछ आकृति सी दिखने लगी | जैसे ही इसकी और खुदाई की गयी तो एक मंदिर निकला जिसे लोगो द्वारा दो सौ वर्ष से भी अधिक पुराना शिव मंदिर बताया गया |
लोगों द्वारा यह भी कहा गया कि इस जगह की अब जांच और अच्छे से करवाई जाएगी और इसको संरक्षित करने की प्रक्रिया भी आरंभ करवाई जाएगी जिससे आगामी पीढ़ी के लिए इस बचाया जा सके | रविंदर रेड्डी (एंडोस्मेंट असिस्टेंट) द्वारा बताया गया कि जैसे ही इसकी सूचना प्राप्त हुई वैसे ही विभाग द्वारा कदम उठाये गए और लोगों द्वारा किये गए आग्रह पर कार्य किया जाएगा |
Nellore: A temple-like structure was unearthed during sand mining in Penna river bed near Perumallapadu village. Locals claim that it is a 200-year-old Shiva temple. #AndhraPradesh (16.06.2020) pic.twitter.com/uh7JisGg5m
— ANI (@ANI) June 16, 2020
ओडिशा में भी मिला मंदिर-
भुवनेश्वर (ओडिशा) यहाँ पर जिला नयागढ़ में गोपीनाथ मंदिर का मस्तक महानदी से दिखाई देने लगा था जो पूर्णतः जलमग्न हो चुका था | वहां पर निवासरत लोगों द्वारा बताया गया था कि इससे पहले ग्यारह वर्ष पूर्व यह मंदिर दिखाई दिया था | पर नदी का पानी जैसे ही कम हुआ वैसे ही इसका मस्तक बाहर आ गया | यह मंदिर लगभग पांच सौ वर्ष पुराना है और खबर यह भी है कि इसके जैसे कई और मंदिर नदी के तल में हैं |
बन गया प्रोजेक्ट का हिस्सा-
जब मंदिर बाहर आया तब उसे महानदी वैली की हेरिटेज साइट्स का अंतर्गत चल रहे डॉक्यूमेंटेशन प्रोजेक्ट का हिसा बना दिया गया | बता दें कि यह प्रोजेक्ट INTACH द्वारा मैनेज किया जा रहा है | बताया जाता है कि नदी ने अपना पथ बदल लिया था जिससे काफी गाँव भारी बाढ़ की चपेट में आ गए थे और तभी यह मंदिर भी डूब गया था | ओडिशा में काफी ऐसे मंदिर हैं जो डूब चुके हैं और उनके सर्वे कार्य के लिए लगातार प्लानिंग की जा रही है |
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